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Tuesday 9 October 2012

छोटे मुक्‍तक -3



बेबस दिल के जजबात
तुम क्‍या जानो,
बेबसी पर किसी की
हंसा नहीं करते।

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तुम्‍हारी हर तड़प का लम्‍हा

मेरे प्‍यार का सबूत है।

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तेरा आंचल ही मेर
मेरे भविष्‍य का निर्माता है,
दुनियां की नजरों से,
दागदार न हो जाए।
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